Home Loan Rule – अगर आपने होम लोन लिया है और आपको लग रहा है कि आपकी ईएमआई बहुत ज्यादा है, तो यह खबर आपके लिए काम की है। आजकल एक सुविधा तेजी से पॉपुलर हो रही है, जिसका नाम है होम लोन बैलेंस ट्रांसफर। सीधा मतलब ये कि अगर कोई दूसरा बैंक आपको कम ब्याज पर लोन देने को तैयार है, तो आप अपने पुराने बैंक से लोन हटाकर उस नए बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।
इसमें कोई नई बात नहीं है, लेकिन बहुत से लोग अब जाकर इसे समझ रहे हैं कि यह कितना फायदेमंद हो सकता है। खासकर जब बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों के बीच जबरदस्त कॉम्पिटिशन चल रहा है, तो सबको अपने पास कस्टमर चाहिए और इसी वजह से कई बैंक कम ब्याज दर पर लोन ट्रांसफर की सुविधा दे रहे हैं।
कैसे बच सकते हैं लाखों रुपये
मान लीजिए आपने 50 लाख रुपये का लोन 9 प्रतिशत की ब्याज दर पर लिया है और अब आपको कोई बैंक 8.5 प्रतिशत पर लोन ट्रांसफर करने की सुविधा दे रहा है। तो आपकी ईएमआई करीब 1800 रुपये हर महीने कम हो जाएगी। यानी पूरे 30 साल की अवधि में आप करीब छह से सात लाख रुपये की बचत कर सकते हैं।
इतनी बड़ी रकम की बचत आपको कहीं और नहीं मिलेगी। इस पैसे से आप बच्चों की पढ़ाई, घर की जरूरतों या अपनी सेविंग्स को बढ़ा सकते हैं।
कम ईएमआई, ज्यादा राहत
जब ब्याज कम होता है, तो आपकी ईएमआई भी कम हो जाती है। इसका सीधा असर आपके हर महीने के खर्च पर पड़ता है। कम ईएमआई मतलब जेब में ज्यादा पैसा बचेगा। आप उस पैसे का इस्तेमाल कहीं और कर सकते हैं, जैसे इंवेस्टमेंट, इंश्योरेंस, बच्चों के स्कूल की फीस या कोई छोटा-मोटा ट्रिप भी प्लान कर सकते हैं।
और सबसे बड़ी बात ये है कि फाइनेंशियल प्रेशर थोड़ा हल्का हो जाता है, जिससे मानसिक तनाव भी कम होता है।
पुराने फैसलों का पछतावा? अब है सुधार का मौका
होता क्या है कि जब हम पहली बार होम लोन लेते हैं, तो जल्दीबाजी में बैंक चुन लेते हैं। तब बस लोन मिलने की जल्दी होती है, बाकी शर्तों पर ध्यान ही नहीं जाता। लेकिन बाद में समझ आता है कि काश थोड़ा और सोच-समझकर फैसला लिया होता।
तो अब जब आप बैलेंस ट्रांसफर करवा रहे हैं, तो नए बैंक से बेहतर कस्टमर सर्विस, टॉप-अप लोन और फ्लेक्सिबल रीपेमेंट ऑप्शन जैसी सुविधाएं भी पा सकते हैं। कुछ बैंक तो प्रीपेमेंट चार्ज भी नहीं लेते, जिससे आप लोन जल्दी चुकाकर भी बचत कर सकते हैं।
टॉप-अप लोन का भी फायदा
होम लोन ट्रांसफर के साथ आप टॉप-अप लोन भी ले सकते हैं। मतलब अगर आपको घर की मरम्मत करनी है, नया फर्नीचर खरीदना है या बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे चाहिए, तो आप उसी लोन पर थोड़ा और पैसा ले सकते हैं।
ये पर्सनल लोन से कहीं बेहतर होता है, क्योंकि इसका ब्याज कम होता है और प्रोसेस भी आसान होता है।
क्रेडिट स्कोर भी सुधरता है
अगर आप समय पर ईएमआई भरते हैं और लोन ट्रांसफर के बाद भी ऐसा करते रहते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर भी बेहतर होता है। इससे आपको आगे चलकर पर्सनल लोन, कार लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में आसानी होगी और बेहतर ब्याज दर भी मिल सकती है।
कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं
अब सब कुछ अच्छा ही अच्छा नहीं है। अगर आपने पहले ही लोन की काफी किश्तें चुका दी हैं और लोन की अवधि का आखिरी हिस्सा चल रहा है, तो ट्रांसफर करना शायद फायदे का सौदा न हो।
कई बार प्रोसेसिंग फीस, स्टांप ड्यूटी, डॉक्यूमेंटेशन चार्ज वगैरह मिलाकर खर्च इतना हो जाता है कि जो बचत होती है, वो उस खर्च में ही निकल जाती है।
इसलिए ट्रांसफर से पहले अच्छे से कैलकुलेशन कर लेना चाहिए कि आपको असल में कितना फायदा हो रहा है।
कैसे लें सही फैसला
सबसे पहले देखिए कि आपके लोन की कितनी अवधि बाकी है। अगर आप शुरुआत या बीच के दौर में हैं, तो ट्रांसफर ज्यादा फायदा देगा। फिर देखें कि ब्याज दर में अंतर कितना है और ट्रांसफर करने में कितना खर्च आ रहा है।
इसके बाद नए बैंक की शर्तें अच्छे से पढ़ें, जैसे प्रीपेमेंट की सुविधा है या नहीं, कस्टमर सर्विस कैसी है और क्या टॉप-अप लोन मिल सकता है।
अगर कहीं कन्फ्यूजन हो, तो किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लेना बेहतर होगा।
होम लोन बैलेंस ट्रांसफर एक बढ़िया तरीका है जिससे आप लाखों रुपये बचा सकते हैं। कम ब्याज दर, कम ईएमआई, टॉप-अप लोन और बेहतर सर्विस जैसी चीजें आपके पूरे लोन एक्सपीरियंस को आसान और फायदेमंद बना सकती हैं।
लेकिन जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं। सही जानकारी, कैलकुलेशन और सोच-विचार के बाद ही फैसला लें। सही समय पर लिया गया एक फैसला आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को काफी मजबूत बना सकता है।