DA Hike – केंद्रीय कर्मचारियों के बीच इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा इसी बात की हो रही है कि जुलाई से मिलने वाला महंगाई भत्ता यानी DA (Dearness Allowance) कितना बढ़ेगा। आपको बता दें कि इस बार खबर आ रही है कि DA 58 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, जिससे कर्मचारियों की सैलरी में करीब 10,440 रुपये का इजाफा होगा। इस बढ़ोतरी से न सिर्फ कर्मचारियों बल्कि पेंशनर्स को भी फायदा होगा। यह खबर सुनकर सभी सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स उत्साहित हैं।
कब आएगी नई घोषणा?
सरकार हर साल दो बार केंद्रीय कर्मचारियों के DA में बढ़ोतरी करती है। इस साल की पहली DA बढ़ोतरी जनवरी से जून के लिए मार्च में हो चुकी है। अब जुलाई से दिसंबर तक की DA बढ़ोतरी का इंतजार है। माना जा रहा है कि सरकार जुलाई में इसे लागू कर सकती है। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन खबरें ये हैं कि DA बढ़कर 58 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
यह भी माना जा रहा है कि ये सातवें वेतन आयोग के तहत इस साल की आखिरी DA बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि आने वाले समय में आठवें वेतन आयोग के लागू होने की संभावना है। यानी अगले साल से नया वेतन आयोग लागू हो सकता है, जिसकी वजह से अभी की DA बढ़ोतरी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
महंगाई बढ़ने का असर DA पर
DA की गणना ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) के आधार पर होती है। सरकार द्वारा जारी जनवरी से मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक महंगाई में बढ़ोतरी हुई है, जो DA बढ़ोतरी के लिए सकारात्मक संकेत हैं। अब अप्रैल, मई और जून के आंकड़े आने बाकी हैं, जो आखिरी फैसला करने में मदद करेंगे।
मार्च 2025 तक के औसत आंकड़ों को देखें तो DA 57.06 प्रतिशत तक पहुंच गया है। अगर अगले तीन महीनों में महंगाई इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो DA 57.86 प्रतिशत तक भी जा सकता है। आमतौर पर सरकार DA बढ़ोतरी को राउंड ऑफ कर 58 प्रतिशत कर देती है। इसलिए इस बार 58 प्रतिशत तक DA बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
सैलरी में कितना होगा फायदा?
जैसे कि आप जानते हैं, DA सीधे तौर पर आपकी बेसिक सैलरी का प्रतिशत होता है, जो महंगाई के हिसाब से दिया जाता है ताकि आपकी खरीदारी की शक्ति बनी रहे। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है तो 58 प्रतिशत DA मिलने पर उन्हें हर महीने लगभग 10,440 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। यानी सैलरी में कुल बढ़ोतरी इतनी होगी।
इससे कर्मचारियों के कुल मासिक वेतन में बढ़ोतरी होगी और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। साथ ही पेंशनर्स को भी इसी अनुपात में महंगाई राहत मिलेगी, जिससे उनकी पेंशन की कीमत महंगाई के हिसाब से बनी रहेगी।
महंगाई भत्ता क्या होता है और क्यों जरूरी है?
महंगाई भत्ता (DA) एक ऐसा भत्ता है जो सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स को देती है ताकि महंगाई के कारण वेतन और पेंशन की क्रय शक्ति में गिरावट न आए। यानी जब महंगाई बढ़ती है तो आपका आमदनी भी उसी अनुसार बढ़नी चाहिए ताकि आपका जीवन स्तर स्थिर रहे। इसलिए सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते की समीक्षा करती है और बढ़ोतरी करती है।
DA की गणना AICPI-IW के आंकड़ों के आधार पर होती है। यह आंकड़ा बताता है कि देश में औद्योगिक कामगारों के खर्चे में कितना बदलाव आया है। इसी को आधार बनाकर सरकार तय करती है कि महंगाई भत्ता कितना बढ़ाया जाए। इस तरह महंगाई भत्ता सरकारी वेतन का एक अहम हिस्सा होता है।
सातवें वेतन आयोग के बाद की स्थिति
सातवें वेतन आयोग के तहत केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में काफी सुधार हुआ था और इसके साथ ही DA की गणना भी बदली गई। इस बार की DA बढ़ोतरी शायद इसी आयोग के तहत अंतिम बढ़ोतरी होगी क्योंकि आठवां वेतन आयोग जल्द लागू होने वाला है। नए आयोग के लागू होने के बाद कर्मचारियों और पेंशनर्स के वेतन और भत्तों की नई समीक्षा होगी।
इसलिए इस DA बढ़ोतरी को कर्मचारी और पेंशनर्स बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं। यह बढ़ोतरी उनकी आय में बढ़ोतरी के साथ ही महंगाई की मार से लड़ने में मददगार होगी।
सरकार की ओर से इंतजार
सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। जब यह घोषणा होगी, तो सभी कर्मचारियों को उनके विभागों और बैंक अकाउंट में इसका लाभ मिलने लगेगा। फिलहाल हर कर्मचारी को सलाह दी जाती है कि वे अपनी बजट प्लानिंग इस बढ़ोतरी के मुताबिक करें ताकि वे अपनी बचत और खर्च का सही प्रबंधन कर सकें।
इस साल जुलाई से केंद्रीय कर्मचारियों के DA में 58 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है। इससे हर कर्मचारी की सैलरी में औसतन 10,440 रुपये तक का फायदा होगा। पेंशनर्स को भी इसका लाभ मिलेगा। महंगाई भत्ते में यह बढ़ोतरी महंगाई की मार से लड़ने में मदद करेगी और कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाएगी।
सरकार की तरफ से आधिकारिक घोषणा के बाद ही पूरी जानकारी मिलेगी, लेकिन फिलहाल ये खबर कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर साबित हो रही है। इसलिए तैयार रहें अपनी वित्तीय योजना को अपडेट करने के लिए।