Group Ticket Travel Rule – अगर आप गर्मी की छुट्टियों में अपने परिवार या दोस्तों के साथ ट्रेन से कहीं बाहर घूमने का प्लान बना रहे हैं और ग्रुप टिकट बुक करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय रेलवे ने ग्रुप टिकट से सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक नया और सख्त नियम लागू कर दिया है। इस नियम के तहत अब हर यात्री को अपना खुद का पहचान पत्र यानी ID साथ रखना अनिवार्य कर दिया गया है।
अब तक अगर आप एक ही टिकट पर 5-6 लोगों का सफर प्लान करते थे, तो बस एक व्यक्ति का ID दिखा देने से काम चल जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब सभी यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से अपनी पहचान साबित करनी होगी। रेलवे का कहना है कि यह कदम यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है, खासकर छुट्टियों और त्योहारों के दौरान जब ट्रेनों में भीड़ ज्यादा होती है।
क्या है नया नियम?
रेलवे ने साफ कर दिया है कि अब अगर आप ग्रुप टिकट लेकर सफर कर रहे हैं, तो हर व्यक्ति को अपनी ID दिखानी होगी। यानी अगर आपने एक ही PNR नंबर पर 6 लोगों का टिकट बुक किया है, तो सभी 6 लोगों के पास अपना खुद का वैध पहचान पत्र होना चाहिए। इसमें आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे किसी भी सरकारी मान्यता प्राप्त ID को मान्य माना जाएगा।
स्टेशन में घुसने के लिए भी जरूरी होगी ID
नया नियम यहीं खत्म नहीं होता। अब केवल ट्रेन में सफर के दौरान ही नहीं, बल्कि रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने के लिए भी यात्रियों के पास पहचान पत्र होना अनिवार्य कर दिया गया है। मतलब यह कि अगर आप स्टेशन के अंदर जा रहे हैं, तो गेट पर ही आपकी ID मांगी जा सकती है।
रेलवे ने यह कदम सुरक्षा को देखते हुए उठाया है, ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की जा सके और अवैध यात्राएं रोकी जा सकें। खासतौर पर बड़े शहरों के रेलवे स्टेशनों पर जहां ज्यादा भीड़ रहती है, वहां यह नियम और सख्ती से लागू किया जाएगा।
टिकट बुकिंग के समय जरूरी नहीं है ID
एक जरूरी बात यह है कि नए नियम के तहत टिकट बुक करते समय किसी यात्री की ID देना जरूरी नहीं है। यानी आप ऑनलाइन या ऑफलाइन टिकट बिना ID के बुक कर सकते हैं। लेकिन जैसे ही आप स्टेशन पर प्रवेश करते हैं या ट्रेन में चढ़ते हैं, आपको अपनी पहचान साबित करनी होगी।
अगर चेकिंग के दौरान आप ID नहीं दिखा पाए, तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है या फिर रेलवे एक्ट के तहत आप पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
रेलवे अधिकारियों की तरफ से क्या कहा गया?
रेलवे के DRM कमल किशोर सिन्हा ने अपने एक्स यानी पुराने ट्विटर अकाउंट पर इस नियम की जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि यह नियम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को मजबूत करने के लिए लागू किया गया है। उनका कहना है कि अब तक सिर्फ एक यात्री की पहचान को पूरा ग्रुप के लिए मान्य माना जाता था, जिससे कई बार गड़बड़ियां हो जाती थीं।
लेकिन अब हर यात्री की ID देखकर ही सफर की अनुमति दी जाएगी। इससे यात्रियों की पहचान पुख्ता होगी और अवैध रूप से सफर करने वालों पर लगाम लगेगी।
छुट्टियों में और सख्ती
गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं और लोग बड़ी संख्या में परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जा रहे हैं। ऐसे में ग्रुप टिकट पर सफर करने वालों की संख्या भी बढ़ जाती है। रेलवे ने कहा है कि ऐसे समय में यह नियम और सख्ती से लागू किया जाएगा। खासकर फेस्टिव सीजन, गर्मियों की छुट्टियों और भीड़भाड़ वाले रूट्स पर यात्रियों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए।
बच्चों के लिए क्या नियम है?
अगर आपके साथ बच्चे भी सफर कर रहे हैं और उनकी उम्र 5 साल से कम है, तो उनके लिए ID जरूरी नहीं है। लेकिन अगर बच्चा 5 साल से ऊपर है और उसका नाम टिकट में दर्ज है, तो उसके पास भी पहचान पत्र होना चाहिए।
छोटे बच्चों के लिए स्कूल आईडी या जन्म प्रमाण पत्र जैसी कोई वैध डाक्यूमेंट्स भी मान्य हो सकते हैं, लेकिन इसके बारे में आप पहले से रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से जानकारी जरूर ले लें।
क्या करें ताकि परेशानी न हो?
- अगर आप ग्रुप टिकट से सफर कर रहे हैं, तो सभी लोगों को पहले से ID रखने को कहें
- ID कार्ड जैसे आधार, वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस आदि की एक कॉपी जरूर साथ रखें
- बच्चों की उम्र के अनुसार जरूरी दस्तावेज तैयार रखें
- स्टेशन पहुंचने से पहले सभी लोगों के ID कार्ड चेक कर लें
- ट्रेन चढ़ने से पहले टिकट और ID तैयार रखें ताकि चेकिंग में समय न लगे
अब रेलवे में ग्रुप टिकट पर भी सफर करना थोड़ा सख्त हो गया है। अगर आप किसी के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो सिर्फ टिकट ही काफी नहीं है, हर यात्री को अपनी पहचान साथ रखनी जरूरी है। यह नियम आपकी सुरक्षा और सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, इसलिए इसमें सहयोग करना आपकी भी जिम्मेदारी है।