Retirement Age Hike – पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया और व्हाट्सएप यूनिवर्स में एक ही चर्चा गर्म थी – “सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ने वाली है।” कहीं कोई कह रहा था कि अब 60 की जगह 62 में रिटायरमेंट होगा, तो कहीं कोई 65 साल तक नौकरी करवाने की बात कर रहा था। इससे लाखों सरकारी कर्मचारियों के मन में उथल-पुथल मची हुई थी। खासकर वो लोग जो अगले कुछ सालों में रिटायर होने वाले हैं, उनके लिए तो ये बात बड़ी चिंता का सबब बन गई थी।
लेकिन अब सरकार की ओर से इस अफवाह पर फुलस्टॉप लग गया है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने खुद सामने आकर इस मुद्दे पर पूरी स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने कह दिया है कि फिलहाल सरकार के पास रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। यानी जैसा अब तक चल रहा था, वैसे ही चलता रहेगा – सरकारी कर्मचारी 60 साल की उम्र में ही रिटायर होते रहेंगे।
क्यों फैली थी रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने की अफवाह?
असल में इस अफवाह की शुरुआत कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स से हुई थी। कुछ जगहों पर तो यह दावा तक कर दिया गया था कि केंद्र सरकार रिटायरमेंट एज बढ़ाने के फैसले पर विचार कर रही है, ताकि अनुभवी कर्मचारियों को ज्यादा समय तक सेवा में रखा जा सके। लेकिन अब जब खुद मंत्री ने कह दिया है कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला, तो यह स्पष्ट हो गया है कि ये सब सिर्फ अफवाहें थीं, जिनका कोई आधार नहीं था।
कर्मचारियों को मिली राहत
अब जब सरकार ने साफ कह दिया है कि रिटायरमेंट की उम्र 60 साल ही बनी रहेगी, तो इससे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली है। कई लोग इस चिंता में थे कि अगर रिटायरमेंट एज बढ़ गई तो न केवल उन्हें ज्यादा साल नौकरी करनी पड़ेगी, बल्कि उनका रिटायरमेंट प्लान भी गड़बड़ा जाएगा। लेकिन अब वे अपनी योजना के अनुसार आराम से आगे बढ़ सकते हैं।
युवा बेरोजगारी का भी रखा गया ध्यान
इस पूरे मुद्दे में एक और बड़ी बात ये है कि देश में युवाओं की बेरोजगारी एक बड़ा मसला है। अगर रिटायरमेंट एज बढ़ा दी जाती, तो नई भर्तियों की रफ्तार धीमी हो जाती और युवाओं को नौकरी के मौके कम मिलते। ऐसे में सरकार ने सही सोच के साथ फिलहाल किसी भी बदलाव से इनकार किया है और नई नौकरियों पर फोकस बनाए रखा है।
कुछ विभागों में समय से पहले रिटायरमेंट का चलन
एक और दिलचस्प बात ये है कि जहां कुछ लोग रिटायरमेंट उम्र बढ़ने की बात कर रहे हैं, वहीं कुछ सरकारी विभागों ने तो समय-पूर्व रिटायरमेंट का रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है। इससे नए लोगों को मौके मिलने की संभावना और बढ़ जाती है। इससे ये भी साफ होता है कि सरकार चाहती है कि नई पीढ़ी को मौका मिले और प्रशासन में नई ऊर्जा और सोच आए।
क्या भविष्य में बदल सकता है ये नियम?
फिलहाल सरकार ने तो किसी भी बदलाव से इनकार कर दिया है, लेकिन भविष्य की कोई गारंटी नहीं होती। अगर कभी प्रशासनिक या आर्थिक जरूरतें बदलती हैं, तो सरकार नीतियों में बदलाव जरूर कर सकती है। लेकिन जब तक कोई आधिकारिक ऐलान ना हो, तब तक अफवाहों पर ध्यान देना नुकसानदायक हो सकता है।
डॉ. जितेंद्र सिंह का क्या कहना है?
डॉ. जितेंद्र सिंह, जो प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री हैं, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए साफ तौर पर कहा कि रिटायरमेंट एज में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जा रहा है। यह बयान उन सभी खबरों को झूठा साबित करता है जो पिछले कुछ दिनों में तेजी से फैल रही थीं।
सरकार की सोच: पारदर्शिता और स्थिरता
इस पूरे प्रकरण से ये बात तो साफ हो जाती है कि सरकार किसी भी बड़े फैसले से पहले पारदर्शिता बरतना चाहती है। बिना किसी ठोस योजना के कोई फैसला नहीं लिया जाएगा और अगर कोई बदलाव होगा भी तो उसे सार्वजनिक तौर पर घोषित किया जाएगा।
तो भाई, अगर आप सरकारी नौकरी में हैं और रिटायरमेंट को लेकर चिंतित थे, तो अब बेफिक्र हो जाइए। सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि रिटायरमेंट की उम्र 60 साल ही रहेगी। आप अपने प्लान के मुताबिक भविष्य की तैयारी करें और अफवाहों से दूर रहें।